Mansi savita

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लेखनी प्रतियोगिता -13-Jun-2023

रिश्तों में कहते बदलाव आ जाते है
मां बाप न होने पे मायका नहीं जाते
कहने को तो मायका है ये तेरा
पर जरा सी अनबन से रिश्ता है तोड़ा
नही देखा वो दुख बहन का न आसूं भाई ने
रही कलाई सूनी भाई की और राखी आस में
न आया फोन बरसो बीत गए 
रखी ही क्या देखो हर त्योहार छूट गए
एक दूजे की शक्ल को तरसते है
 जो संग साथ बड़े हुए भाई बहन 
देखो आज रिश्ता  ही तोड़ गए
दूसरो से बहन का हालचाल लिया करतेहै
अक्ल जब आती तो देर हुआ करती है
भाई को बहन ,बहन को भाई की जरूरत हुआ करती 
जो संग साथ बड़े हुए भाई बहन 
देखो आज रिश्ता  ही तोड़ गए।।

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4 Comments

Abhinav ji

14-Jun-2023 09:13 AM

Very nice 👍

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Punam verma

14-Jun-2023 01:07 AM

Very nice

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बहुत ही बढ़िया

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